11 February, 2019

जो बीत गयी वो बात कहाँ

जीवन में एक सितारा था
वर्षों उसे प्यार से संवारा था
वह डूब सके हम माने नही
अंबर के आंगन को देखो
तारे कभी छूट पाये
सदियों तक ये दिशा बताए
फिर अंतत: हमसे जुड़ जाएँ
अंबर की टोली में क्योंकि
शोक नही कभी होता है
जो बीत गयी वो बात कहाँ

विशाल गुप्ता